Monday, March 1, 2021

Uryan Tasweerein;अश्लील चित्र;عریاں تصویریں ; Ministory;लघु कहानी ;افسانچے

Uryan Tasweerein;अश्लील चित्र;عریاں تصویریں 
Ministory;लघु कहानी ;افسانچے 

अश्लील चित्र 

मुझे याद है कि जिन दिनों मैं दसवीं श्रेणी में पढ़ता था मेरे पिता जी मुझे चित्रों की नुमाइश दिखाने ले गए। वहां चित्रकार ने कई नग्न चित्रों की नुमाइश की थी। मैं बड़े उत्साह से इन चित्रों को दिखने लगा लेकिन पिता जी ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे जल्दी वहां से बाहर निकाल दिया। मेरी जिज्ञासा की यह स्थिति थी कि मैं मुड़-मुड़ कर चित्रों की ओर देखता रहा। 
अब तो खैर ज़माना ही बदल चूका है। 
कुछ दिन पहले की बात है कि मैं और मेरा बेटा, जो कंप्यूटर इंजीनियर है, अपने अपने शयन कक्ष में इंटरनेट पर ब्राउज़िंग कर रहे थे। मैं कुछ पोर्नो साइट्स का आनंद ले रहा था कि देखते ही देखते मेरे कंप्यूटर पर वायरस का हमला हुआ और मॉनिटर के स्क्रीन पर एक अश्लील चित्र स्थायी रूप से चिपक गया। लाख कोशिश करने के बावजूद वह चित्र स्क्रीन से नहीं हट रहा था।  
कई दिन मैं ने उस चित्र को हटाने की कोशिश की मगर असफल रहा। अंततः अपने बेटे को बुलाया और नज़रें झुका कर उससे कहने लगा, "बेटे मालूम नहीं मेरे कंप्यूटर पर कैसे एक गन्दी सी तस्वीर चिपक गई है और अब हटती ही नहीं है।"
बेटे ने गंभीरता से कंप्यूटर का निरीक्षण किया। क़रीब आधे घंटे तक वह कंप्यूटर के सारे प्रोग्राम डिलीट करता रहा और उस के बाद कंप्यूटर में नया सॉफ्टवेयर डाल दिया। फिर होंठों पर मुस्कराहट लिए और ऑंखें झुकाये हुए मुझ से संबोधित हुआ, "पापा, इन साइट्स पर मत जाया करो, वायरल अटैक होने की संभावना होती है।"
मुझे ऐसा लगा कि बचपन में जिस तरह पिता जी ने मुझे एक्ज़िबिशन से बहार निकाला था आज फिर उसी तरह मेरे बेटे ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे इस अश्लीलता की दुनिया से बाहर निकाल दिया।         

 

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